Attitude Shayari.


       

          जब काटने की औकात ना हो ,    

       तो भौकना भी नहीं चाहिए |    

        वर्षों पुरानी कैद से थक चूका हूँ |

           अब आजादी का घूंट हमें पीने दो...

       मर मर जी लिए हम ,

       खुलकर अब हमें जीने दो...|




    अब आगाज हो गया है जंग का ;

       चाहे जो हो जाए कदम रुकेंगे नहीं |

मर जायेंगे मगर झुकेंगे  नहीं |



एक दिन खुद के ख्वाब मुकम्मल करूँगा मैं |

                     अब जिद्द है,                            

       नौकर नहीं मालिक बनूँगा मैं |           




किसी को कुछ कहने से पहले,

       खुद की काबिलियत को आँक लेते |

       हम पर आरोप लगाने से पहले,

       अपने गिरेबाँ में झाँक लेते |


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